
BP Passport : Introduction:-
Dear friends! वर्तमान में भले ही कैंसर या किडनी रोग सहित तमाम बीमारियां घातक हैं, लेकिन शुगर और बीपी की समस्या भी घातक बीमारी है और यह अधिक मात्रा में बढ़ती जा रही है। अन्य घातक रोगों की तरह मधुमेह और उच्च रक्तचाप भी शरीर की व्यवस्था को पूरी तरह प्रभावित करते हैं। उच्च रक्तचाप और मधुमेह भी छुपे रोग हैं, जो शरीर को घुन की तरह खोखला करते जाते हैं। इनका पता आमतौर पर तभी चल पाता है, जब डॉक्टर रोगी की सिर दर्द, ज्वर, आंखों में अंधेरा आना, अधिक मतली उठना, उल्टी होना है या इसकी प्रवृति बार-बार होना, दिल का जोर - जोर से धड़कना, घबराहट, बेचैनी की स्थिति आदि लक्षणों की जांच करते हैं।
रक्तचाप जब 140/90 या इससे ऊपर चला जाता है तो इसकी जांच करवाते रहने से पता चलता रहता है कि रक्त का दबाव किस समय और किस स्थिति में बढ़ता है। इसका बराबर जांच करवाते रहने से बीमारी पर नजर रखी जा सकती है, वरना कई अन्य ऱोग भी जकड़ लेते हैं।
जिस प्रकार बीपी में उतार-चढ़ाव से ब्रेन हेमरेज का खतरा हमेशा बना रहता है, वहीं मरीजों की इस समस्या को लेकर सरकार भी चिंतित है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए सरकार ने बीपी पासपोर्ट नामक एक कार्ड बनाना शुरू किया है। जो मरीज इस बीपी पासपोर्ट नामक कार्ड को बनवा लेंगे, वह अधिक फायदे में रहेंगे। इसके क्या क्या फायदे हैं, आज हम यहाँ पर चर्चा करने वाले हैं।
'बीपी पासपोर्ट' से फायदे:-
1. जिन मरीजों का यह बीपी पासपोर्ट नामक कार्ड बन जाएगा, वे देश में कहीं भी NCD (संचारी रोग सेंटर) में दवा ले सकते हैं, वह भी बिल्कुल मुफ्त।
2. बीपी पासपोर्ट नामक कार्ड QR Code दिया रहता है, जिससे सेंटर के चिकित्सक App के माध्यम से ऑनलाइन देख सकते हैं। इससे पता चल जाएगा कि मरीज की जांच कब - कब हुई थी और मरीज ने दवा कब - कब ली है।
3. NCD सेंटर पर मधुमेह, उच्च रक्तचाप की जांच के साथ दवाएं भी मुफ्त में इस कार्ड के द्वारा मिल जाएंगी। साथ ही इस पासपोर्ट के माध्यम से फ्री में बच्चेदानी, मुॅंह व स्तन के कैंसर का स्क्रीनिंग भी की जा रही है।
4. इस पासपोर्ट का लाभ यह भी है कि इसे दिखाने पर मरीज को 1 माह की दवा मुफ्त में मिल जाएगी, वह भी अच्छी दवा।
5. यदि रोग की जांच तथा दवा खत्म होने वाली होगी तो कुछ दिन पहले ही एप के माध्यम से रोगी के एन्ड्रायड मोबाइल पास मैसेज चला जाएगा। इसके बाद रोगी सेंटर पर आकर समय से दवा ले सकेंगे तथा जांच करा सकेंगे।
ऐसे में लोगों को चाहिए कि लोग NCD (संचारी रोग सेंटर) पर या नजदीकी सरकारी अस्पताल में आकर बीपी पासपोर्ट नामक कार्ड बनवाकर इस सुविधा का लाभ ले क्योंकि मधुमेह व बीपी को भी इमरजेंसी सेवा माना जाने लगा है।

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