
BP Passport :बीपी पासपोर्ट कैसे बनवायें:-
Dear friends! भले ही कैंसर रोग सहित अनेक बीमारियां घातक हैं, लेकिन बीपी की समस्या भी घातक बीमारी है और यह अधिक मात्रा में लोगों में बढ़ती ही जा रही है।
अन्य घातक रोगों की तरह उच्च रक्तचाप भी शरीर की स्थिति को पूरी तरह खराब करता है। उच्च रक्तचाप, मधुमेह की तरह छुपा रोग हैं, जो शरीर को घुन की तरह खोखला करता जाता है।
इसका पता आमतौर पर तभी चल पाता है, जब डॉक्टर रोगी की सिर दर्द, ज्वर, आंखों में अंधेरा आना, अधिक मतली उठना, उल्टी होना है या इसकी प्रवृति बार-बार होना, दिल का जोर - जोर से धड़कना, घबराहट, बेचैनी की स्थिति आदि लक्षणों की जांच करते हैं।
हाल ही में झांसी महानगर में उच्च रक्तचाप के मरीजों को ढूंढने, उनकी मॉनीटरिंग और इलाज के लिए जिला के अस्पताल में इंडिया हाइपरटेंशन कंट्रोल इनीशिएटिव कार्यक्रम की शुरूआत हुई है। अनेक मरीजों को बीपी पासपोर्ट (BP Passport) कार्ड देकर इसकी शुरूआत की गई। इन चिह्नित मरीजों को उच्च रक्तचाप की एक महीने की दवा भी प्रदान की गई।
इस प्रोग्राम के अंतर्गत 30 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों की जांच की जाएगी। सेवा प्रदाताओं द्वारा उनके सैंपल व रिपोर्ट एप के जरिए से रजिस्टर किए जाएंगे। जिससे उनका निगरानी सुचारु रूप से किया जा सके। जिला अस्पताल में यह कार्यक्रम एनसीडी सेंटर द्वारा संचालित किया जाएगा।
WHO के प्रदेश प्रतिनिधि डॉ. अभिनव काडिया जी ने बताया है कि यह प्रोग्राम फिलहाल प्रदेश के चार जिलों में चलाया जा रहा है और जल्द ही अन्य जिलों पर विचार किया जाएगा। इसका एकमात्र उद्देश्य वर्ष 2025 तक उच्च रक्तचाप के कारण होने वाली मृत्युदर में 25 % की कमी लाना व उच्च रक्तचाप को नियंत्रण करना है।
जल्द ही इसे जनपद के सभी स्वास्थ्य सेंटर पर शुरू कर दिया जाएगा।
आप लोग NCD (संचारी रोग सेंटर) पर या नजदीकी सरकारी अस्पताल में आकर बीपी पासपोर्ट नामक कार्ड बनवाकर इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं। इसके लिए आपका आधार कार्ड होना जरूरी है। यदि आपके पास Android Mobile है तो आप इस सुविधा का पूर्ण लाभ ले सकते हैं।
यदि आपके यहाॅं यह नहीं बन रहा हो तो आप चिकित्सा अधिकारियों से पूछताछ कर करके इसके बारे में जानकारी ले लें।

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